इस
हार के साथ
ही 3 मैचों की
वनडे सीरीज अब
1-1 की बराबरी पर आ
गई है। भारत
की तरफ से
विराट कोहली और रुतुराज
गायकवाड़ ने शानदार
शतक जड़े, लेकिन
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों का
संयुक्त प्रयास उन पर
भारी पड़ गया।
दक्षिण अफ्रीका ने 49.2 ओवरों
में 362/6 रन बनाकर
मैच जीत लिया।
1. टॉस
और भारत की
खराब शुरुआत
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बवुमा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। रायपुर की पिच बल्लेबाजी के लिए स्वर्ग मानी जाती है, लेकिन भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही।
- रोहित-जायसवाल फेल: पिछले मैच में अर्धशतक जड़ने वाले कप्तान रोहित शर्मा (14 रन) आज जल्दी आउट हो गए। नांद्रे बर्गर की एक तेज गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में समा गई।
- जायसवाल की विफलता: युवा यशस्वी जायसवाल (22 रन) ने कुछ अच्छे शॉट्स दिखाए, लेकिन वे मार्को जानसेन की गेंद पर गलत शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे। 10 ओवर के अंदर भारत ने अपने दोनों ओपनर्स खो दिए थे और स्कोरबोर्ड पर ज्यादा रन नहीं थे।
2. विराट
और रुतुराज का
'विराट' शो: 196 रनों की
ऐतिहासिक साझेदारी
दो विकेट गिरने के बाद मैदान पर वह हुआ जिसका भारतीय फैंस को इंतज़ार था। विराट कोहली और रुतुराज गायकवाड़ ने मोर्चा संभाला और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की जमकर क्लास ली।
- रुतुराज का पहला शतक: रुतुराज गायकवाड़ ने दबाव में निखरते हुए अपने वनडे करियर का पहला शतक (Maiden ODI Century) जड़ा। उन्होंने 83 गेंदों में 105 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनकी टाइमिंग और प्लेसमेंट ने दिखा दिया कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं।
- कोहली का 53वां शतक: 'रन मशीन' कोहली ने एक छोर संभाले रखा और अपना 53वां वनडे शतक पूरा किया। उन्होंने 93 गेंदों में 102 रन बनाए। स्पिनरों के खिलाफ उनका फुटवर्क देखने लायक था।
- मज़बूत साझेदारी: दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 196 रनों की साझेदारी हुई, जिसने भारत को मजबूत स्थिति में पहुँचाया।
अंत
के ओवरों में
कप्तान केएल राहुल ने
43 गेंदों में नाबाद
66 रनों की तूफानी
पारी खेलकर भारत
को 358/5 के विशाल
स्कोर तक पहुँचाया।
3. दक्षिण
अफ्रीका का जवाब:
362 रनों का ऐतिहासिक
चेज़
359 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने कभी हार नहीं मानी। यह भारत के खिलाफ वनडे में हासिल किया गया अब तक का संयुक्त सबसे बड़ा लक्ष्य (Joint-Highest Run Chase) है।
- मार्कराम तेज़ तर्रार पारी: अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्कराम ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली और 110 रनों (98 गेंद) की मैच जिताऊ पारी खेली। यह भारत के खिलाफ उनका पहला वनडे शतक था। उन्होंने भारतीय स्पिनरों को सेट नहीं होने दिया।
- युवाओं का साथ: मार्कराम को मैथ्यू ब्रेट्ज़के (68 रन) और 'बेबी एबी' कहे जाने वाले डेवाल्ड ब्रेविस (34 गेंदों में 54 रन) का शानदार साथ मिला। ब्रेविस की आक्रामक बल्लेबाजी (5 छक्के) ने रन रेट को कभी बढ़ने नहीं दिया।
4. ओस
(Dew) बनी भारत की
दुश्मन
रायपुर में शाम होते ही ओस (Dew) ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया, जिससे भारतीय गेंदबाजों के लिए गेंद को ग्रिप करना मुश्किल हो गया। केएल राहुल ने भी हार का मुख्य कारण 'ओस' को ही बताया।
- गेंदबाज बेअसर: अर्शदीप सिंह (2/54) ने कुछ हद तक संघर्ष किया और डी कॉक व जानसेन के विकेट लिए, लेकिन बाकी गेंदबाज महंगे साबित हुए।
- महंगे साबित हुए कृष्णा: प्रसिद्ध कृष्णा ने अपने 8.2 ओवरों में 85 रन लुटाए। गीली गेंद के कारण वे यॉर्कर नहीं डाल पा रहे थे और फुल टॉस फेंक रहे थे, जिसका अफ़्रीकी बल्लेबाजों ने खूब फायदा उठाया।
5. आखिरी
ओवर का रोमांच
मैच
अंतिम ओवर तक
गया, जहाँ दक्षिण
अफ्रीका को जीत
के लिए 5 गेंदों
में 3 रन चाहिए
थे। क्रीज पर
कॉर्बिन बॉश (29*) और केशव महाराज
(10*) मौजूद थे। प्रसिद्ध
कृष्णा ने आखिरी
ओवर डाला, लेकिन
बॉश ने संयम
बनाए रखा और
चौका लगाकर अपनी
टीम को 4 गेंद
शेष रहते जीत
दिला दी।
6. इस
मैच में बने
बड़े रिकॉर्ड्स (Records Broken)
यह मैच सिर्फ हार-जीत के लिए नहीं, बल्कि रिकॉर्ड्स के लिए भी याद रखा जाएगा:
- रुतुराज का डंका: रुतुराज गायकवाड़ वनडे में अपना पहला शतक जड़ा।
- 3 शतक: इस मैच में कुल 3 शतक लगे (कोहली, गायकवाड़, मार्कराम), जो एक दुर्लभ संयोग है।
7. मैच के बाद कप्तानों ने क्या कहा?
केएल राहुल (भारत): "350+ का स्कोर सुरक्षित होता है, लेकिन ओस ने दूसरी पारी में गेंदबाजों के लिए बहुत मुश्किलें खड़ी कर दीं। गेंद साबुन की तरह गीली थी। हमें अपनी डेथ बॉलिंग पर काम करना होगा।"
टेम्बा बवुमा (दक्षिण अफ्रीका): "यह अविश्वसनीय जीत है। हमारे युवाओं ने दिखाया कि वे दबाव में कैसा प्रदर्शन कर सकते हैं। ब्रेविस और ब्रेट्ज़के की पारियों ने अंतर पैदा किया।"
निष्कर्ष:
विशाखापत्तनम में होगा
'करो या मरो'
का मुकाबला
इस हार के साथ सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है। अब तीसरा और निर्णायक मुकाबला 6 दिसंबर (शनिवार) को विशाखापत्तनम में खेला जाएगा। भारत को अगर सीरीज जीतनी है, तो अपनी गेंदबाजी की कमियों को सुधारना होगा। रायपुर का यह मैच हमेशा याद रखा जाएगा क्योंकि भारत ने 350+ बनाने के बाद भी मैच गंवा दिया।
डिस्क्लेमर: इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी तस्वीरें AI (Artificial Intelligence) द्वारा बनाई गई हैं और केवल प्रतीकात्मक (Representational) उद्देश्य के लिए हैं।

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