![]() |
| AI Generated Image |
यह संकट
केवल उड़ानों के
रद्द होने तक
सीमित नहीं है,
बल्कि इसके पीछे
गहरे कारण, पायलटों की
कमी और सुरक्षा से
जुड़े नए नियम
हैं। इसके साथ
ही, एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान
में बम की
धमकी मिलने से
स्थिति और तनावपूर्ण हो
गई है। आइए,
इस पूरे घटनाक्रम को
विस्तार से समझते हैं।
1. आज का हाल: हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी का माहौल
4
दिसंबर की सुबह
से ही दिल्ली,
मुंबई, बेंगलुरु और
हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों
के हवाई अड्डों
पर यात्रियों की
भारी भीड़ और
नाराजगी देखने को मिली।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडिगो
ने आज कुल
180 से
ज्यादा घरेलू और
अंतरराष्ट्रीय
उड़ानें रद्द कर दी
हैं। यह लगातार
तीसरा दिन है
जब एयरलाइन को
इतनी बड़ी संख्या
में अपनी सेवाएं
रोकनी पड़ी हैं।
सबसे बुरा हाल
बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का
रहा, जहां अकेले
इंडिगो की 73 उड़ानें (आगमन
और प्रस्थान मिलाकर)
रद्द कर दी
गईं। इसके अलावा
हैदराबाद में 68 और दिल्ली
में 30 से अधिक
उड़ानों पर असर पड़ा
है। सोशल मीडिया
पर नाराज यात्रियों की
तस्वीरें और वीडियो वायरल
हो रहे हैं,
जो घंटों से
एयरपोर्ट पर फंसे हुए
हैं और एयरलाइन से
जवाब मांग रहे
हैं।
2. संकट की असली वजह: पायलटों की कमी और नए नियम
इस पूरे
बखेड़े की जड़
में डायरेक्टरेट जनरल
ऑफ सिविल एविएशन
(DGCA) द्वारा
लागू किए गए
नए और सख्त
नियम हैं। 1 नवंबर
2025 से
डीजीसीए ने पायलटों की
थकान को कम
करने और हवाई
सुरक्षा को बढ़ाने के
लिए नए 'फ्लाइट
ड्यूटी टाइम लिमिटेशन्स' (FDTL) नियमों को
अनिवार्य कर दिया है।
इन नियमों
के तहत:
- पायलटों के ड्यूटी के घंटे कम कर दिए गए हैं।
- उनकी साप्ताहिक और मासिक उड़ान सीमा (Flying Hours) को घटाया गया है।
- दो उड़ानों के बीच आराम (Rest Period) का समय बढ़ा दिया गया है।
इंडिगो, जो
भारत की घरेलू
मार्केट में 60% से ज्यादा
हिस्सेदारी रखती है, इन
नए नियमों के
हिसाब से अपने
रोस्टर (Roster) को समय रहते
समायोजित नहीं कर पाई।
नतीजा यह हुआ
कि अचानक पायलटों और
केबिन क्रू की
भारी कमी हो
गई। विमान तो
उपलब्ध हैं, लेकिन
उन्हें उड़ाने के
लिए नियमों के
तहत 'विश्राम पूरा
कर चुके' पायलट
नहीं मिल रहे
हैं।
3. कुवैत-हैदराबाद फ्लाइट में बम की धमकी: एक और झटका
जहाँ एक
तरफ घरेलू उड़ानें रद्द
हो रही थीं,
वहीं दूसरी तरफ
इंडिगो की एक
अंतरराष्ट्रीय
उड़ान सुरक्षा कारणों
से सुर्खियों में
आ गई। 2 दिसंबर
को कुवैत से
हैदराबाद आ रही इंडिगो
की फ्लाइट संख्या
6E-1234 को
बम से उड़ाने
की धमकी मिली
थी। हैदराबाद एयरपोर्ट प्रशासन को
एक ईमेल प्राप्त हुआ
जिसमें दावा किया
गया कि विमान
में बम रखा
है।
आनन-फानन
में विमान को
मुंबई के छत्रपति शिवाजी
महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) की तरफ
डायवर्ट किया गया। वहां
विमान की आपातकालीन लैंडिंग (Emergency Landing) कराई गई
और उसे आइसोलेशन बे
में ले जाया
गया। सुरक्षा एजेंसियों ने
घंटों तक विमान
और यात्रियों के
सामान की सघन
जांच की। गनीमत
रही कि यह
धमकी झूठी निकली,
लेकिन इस घटना
ने एयरलाइन के
परिचालन को और भी
अस्त-व्यस्त कर
दिया। जांच एजेंसियां अब
उस ईमेल के
स्रोत का पता
लगाने में जुटी
हैं।
4. शेयर बाजार पर असर: निवेशकों में घबराहट
उड़ानों के
लगातार रद्द होने
और प्रबंधन की
विफलता की खबरों
का सीधा असर
शेयर बाजार पर
भी देखने को
मिला है। इंडिगो
की पैरेंट कंपनी,
InterGlobe Aviation, के शेयरों
में आज भारी
गिरावट दर्ज की
गई।
बाजार खुलते
ही कंपनी का
शेयर 1.5% से 3% तक
टूट गया और
पिछले 5 महीनों के
अपने सबसे निचले
स्तर पर पहुँच
गया। निवेशकों को
डर है कि
अगर यह संकट
लंबा चला, तो
कंपनी के मुनाफे
और ब्रांड इमेज
को भारी नुकसान
हो सकता है।
त्योहारी सीजन और छुट्टियों के
समय में इस
तरह की गड़बड़ी से
एयरलाइन को करोड़ों रुपये
के राजस्व का
नुकसान होने की
आशंका है।
5. यात्रियों की परेशानी और एयरलाइन का बयान
इस पूरे
घटनाक्रम में सबसे ज्यादा
नुकसान आम जनता
का हुआ है।
कई यात्रियों की
कनेक्टिंग फ्लाइट्स छूट गई हैं,
तो कई लोग
जरूरी काम, शादी
या मेडिकल इमरजेंसी के
लिए समय पर
नहीं पहुँच पाए।
हवाई अड्डों पर
लंबी कतारें और
हेल्पडेस्क पर बहस आम
हो गई है।
दबाव बढ़ता
देख इंडिगो ने
एक आधिकारिक बयान
जारी कर माफी
मांगी है। एयरलाइन के
प्रवक्ता ने कहा, "हम परिचालन संबंधी
चुनौतियों का सामना कर
रहे हैं, जो
मुख्य रूप से
पायलटों की रोस्टरिंग और
नए FDTL नियमों के
अनुकूलन के कारण हैं।
हमारी टीमें स्थिति
को सामान्य करने
के लिए 24x7 काम
कर रही हैं।
हम प्रभावित यात्रियों को
रिफंड (Refund) या वैकल्पिक उड़ानों (Alternative Flights) का विकल्प
दे रहे हैं।"
हालांकि, यात्रियों का कहना है
कि वैकल्पिक उड़ानें अगले
24-48 घंटों
तक उपलब्ध नहीं
हैं और रिफंड
की प्रक्रिया भी
धीमी है।
6. नवी मुंबई एयरपोर्ट से नई शुरुआत की उम्मीद
इन तमाम
नकारात्मक खबरों के बीच
इंडिगो ने भविष्य
के लिए कुछ
सकारात्मक घोषणाएं भी की हैं।
एयरलाइन ने ऐलान किया
है कि वह
नवनिर्मित नवी मुंबई इंटरनेशनल
एयरपोर्ट (NMIA) से अपना परिचालन शुरू
करने जा रही
है।
29
दिसंबर 2025 से इंडिगो
इस नए एयरपोर्ट से
कोयंबटूर और चेन्नई के
लिए सीधी दैनिक
उड़ानें शुरू करेगी। इसके
अलावा वड़ोदरा और
गोवा के लिए
भी नई सेवाएं
शुरू की जाएंगी। यह
कदम मुंबई एयरपोर्ट पर
बढ़ते दबाव को
कम करने और
यात्रियों को नया विकल्प
देने के लिए
उठाया गया है।
7. आगे की राह: कब सुधरेंगे हालात?
विशेषज्ञों का
मानना है कि
इंडिगो का यह
संकट अगले कुछ
दिनों तक जारी
रह सकता है।
पायलटों की नई भर्ती
और उन्हें नए
रोस्टर के हिसाब
से ढालने में
समय लगेगा। सरकार
और डीजीसीए भी
स्थिति पर नजर
बनाए हुए हैं।
अगर आप
आने वाले दिनों
में इंडिगो से
यात्रा करने की
योजना बना रहे
हैं, तो आपके
लिए सलाह है:
- घर से निकलने से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस ऑनलाइन जरूर चेक करें।
- वेब चेक-इन पहले ही कर लें।
- अपनी संपर्क जानकारी (ईमेल/फोन) एयरलाइन के साथ अपडेट रखें ताकि रद्दीकरण की स्थिति में आपको सूचना मिल सके।
निष्कर्ष
इंडिगो का यह संकट भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए एक सबक है। यह दिखाता है कि सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी है, लेकिन एयरलाइंस को इसके लिए बेहतर पूर्व-योजना (Advance Planning) बनानी होगी। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि है, और उम्मीद है कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन जल्द ही इस टर्बुलेंस से बाहर निकलकर फिर से अपनी 'ऑन-टाइम' पहचान हासिल कर लेगी।
डिस्क्लेमर: इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी तस्वीरें AI (Artificial Intelligence) द्वारा बनाई गई हैं और केवल प्रतीकात्मक (Representational) उद्देश्य के लिए हैं।

0 Comments