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— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) December 8, 2025
यह कार्रवाई उनके उस सनसनीखेज बयान के बाद की गई है, जिसमें उन्होंने अपनी ही पार्टी पर सीएम की कुर्सी बेचने का आरोप लगाया था। राजा वड़िंग ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर इस निलंबन पत्र को साझा करते हुए यह जानकारी दी। इस फैसले ने सिद्धू खेमे को बड़ा झटका दिया है और यह साफ कर दिया है कि प्रदेश अध्यक्ष अब किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं।
(यहाँ
आप राजा वड़िंग का
वह ट्वीट/लेटर एम्बेड करें)
1. "500 करोड़ का
अटैची दो, CM बनो" - यही बयान बना
वजह
इस
निलंबन की सबसे
बड़ी और तात्कालिक
वजह नवजोत कौर
सिद्धू का वह
बयान है, जिसने
कांग्रेस हाईकमान तक को
हिलाकर रख दिया।
शनिवार को चंडीगढ़
में पत्रकारों से
बात करते हुए
उन्होंने कहा था
कि "जिसके पास 500 करोड़ रुपये का अटैची (Suitcase) है,
वही कांग्रेस में मुख्यमंत्री बन
सकता है।"
उन्होंने
आगे कहा था,
"हम (सिद्धू परिवार) पंजाब की भलाई की
बात करते हैं, लेकिन
हमारे पास 500 करोड़ रुपये नहीं हैं कि
हम सीएम की कुर्सी
खरीद सकें।" अपनी ही
पार्टी पर "पैसे लेकर
सीएम बनाने" का
आरोप लगाना पार्टी
विरोधी गतिविधि मानी गई
और इसी आधार
पर राजा वड़िंग
ने उन्हें सस्पेंड
कर दिया।
2. राजा
वड़िंग का ट्वीट और
सस्पेंशन ऑर्डर
सोमवार
शाम को पंजाब
कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह
राजा वड़िंग ने
एक आधिकारिक पत्र
जारी किया। उन्होंने
अपने ट्वीट में
स्पष्ट किया कि
डॉ. नवजोत कौर
सिद्धू लगातार पार्टी की
छवि को नुकसान
पहुंचा रही थीं।
राजा
वड़िंग ने लिखा,
"अनुशासन पार्टी की रीढ़ है।
डॉ. नवजोत कौर सिद्धू की
कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें
तत्काल प्रभाव से कांग्रेस की
प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया
जाता है।" यह आदेश
सीधे तौर पर
यह संदेश देता
है कि पंजाब
कांग्रेस में अब
"वड़िंग का राज"
है और वे
सख्त फैसले लेने
से पीछे नहीं
हटेंगे।
3. चन्नी
और वड़िंग पर भी किए
थे तीखे हमले
500 करोड़
वाले बयान के
अलावा, नवजोत कौर पिछले
कुछ हफ्तों से
पंजाब के पूर्व
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) और खुद
प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग
पर हमलावर थीं।
उन्होंने
आरोप लगाया था
कि चन्नी और
वड़िंग जैसे नेताओं
ने मिलकर उनके
पति नवजोत सिंह
सिद्धू के खिलाफ
साजिश रची। उन्होंने
यह भी कहा
था कि "ईमानदार
नेताओं को किनारे
किया जा रहा
है और भ्रष्टाचारियों
को तवज्जो दी
जा रही है।"
इन बयानों ने
आग में घी
का काम किया।
4. भाजपा
ने भी ली चुटकी,
कहा- 'सच बाहर आ
गया'
नवजोत
कौर के '500 करोड़'
वाले बयान पर
विपक्ष ने भी
कांग्रेस को घेर
लिया है। पंजाब
भाजपा अध्यक्ष सुनील
जाखड़ ने तंज
कसते हुए कहा,
"मुझे तो 350 करोड़ की जानकारी थी,
लेकिन मैडम सिद्धू ने
500 करोड़ का खुलासा किया
है। अब तो घर
के भेदी ने ही
लंका ढा दी है।"
आम
आदमी पार्टी (AAP) ने
भी सवाल उठाया
कि क्या कांग्रेस
में सचमुच सीएम
की कुर्सी की
नीलामी होती है?
विपक्ष के इन
हमलों ने कांग्रेस
नेतृत्व को बैकफुट
पर ला दिया
था, जिसके बाद
यह कार्रवाई करना
बहुत ही ज़रूरी हो गया था।
5. क्या
भाजपा की राह पकड़ेगा
सिद्धू परिवार?
इस
बड़े एक्शन के
बाद अब अटकलों
का बाजार गर्म
है। सवाल उठ
रहा है कि
क्या अब सिद्धू
परिवार कांग्रेस को अलविदा
कह देगा? नवजोत
कौर सिद्धू का
निलंबन इस बात
का संकेत है
कि कांग्रेस में
उनके लिए अब
रास्ते बंद हो
रहे हैं।
राजनीतिक
गलियारों में चर्चा
है कि सिद्धू
दंपति भारतीय जनता
पार्टी (BJP) के संपर्क
में हो सकते
हैं। नवजोत सिंह
सिद्धू का पुराना
घर भाजपा ही
रहा है। अब
सबकी निगाहें नवजोत
सिंह सिद्धू पर
टिकी हैं क्या
वे अपनी पत्नी
के समर्थन में
कांग्रेस से इस्तीफा
देंगे?
6. निष्कर्ष:
कांग्रेस के लिए बड़ा
जोखिम?
नवजोत
कौर सिद्धू का
निलंबन एक साहसिक
लेकिन जोखिम भरा
कदम है। मालवा
और माझा क्षेत्र
में सिद्धू परिवार
का अपना प्रभाव
है। अगर वे
बागी होकर चुनाव
लड़ते हैं या
किसी दूसरी पार्टी
में जाते हैं,
तो कांग्रेस के
वोट बैंक में
सेंध लगना तय
है।
फिलहाल, गेंद नवजोत सिंह सिद्धू के पाले में है। क्या वे इस अपमान का घूंट पीकर कांग्रेस में रहेंगे या 'ईंट का जवाब पत्थर से' देंगे? पंजाब की सियासत में आने वाले कुछ दिन बेहद तूफानी होने वाले हैं।
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Join WhatsApp Channelडिस्क्लेमर: इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी तस्वीरें AI (Artificial Intelligence) द्वारा बनाई गई हैं और केवल प्रतीकात्मक (Representational) उद्देश्य के लिए हैं।

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