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नई दिल्ली/शिमला: अगर आप पंजाब, हरियाणा, राजस्थान या दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं, तो अब अपने गर्म कपड़े, रजाई और हीटर बाहर निकाल लीजिये। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर भारत के लिए एक ऐसी चेतावनी जारी की है, जिसने प्रशासन और आम जनता दोनों की नींद उड़ा दी है। दिसंबर की शुरुआत होते ही मौसम ने करवट ले ली है और अब आने वाले कुछ दिन 'हाड़ कंपाने वाली ठंड' लेकर आ रहे हैं।
मौसम विभाग
ने स्पष्ट कर
दिया है कि
अगले 4 से 5 दिनों
तक उत्तर भारत
के मैदानी इलाकों
में भीषण शीतलहर (Severe Cold Wave)
का प्रकोप रहेगा,
जबकि हिमाचल प्रदेश
और जम्मू-कश्मीर
जैसे पहाड़ी राज्यों में
भारी बर्फबारी के
आसार हैं। यह
बदलाव पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय
होने के कारण
हो रहा है।
आइए जानते हैं
मौसम के इस
बिगड़ते मिजाज की
पूरी रिपोर्ट।
1. पंजाब और हरियाणा में 'कोल्ड डे' की चेतावनी
IMD
की रिपोर्ट के
मुताबिक, पंजाब और हरियाणा के
कई जिलों में
अगले 48 घंटों के
दौरान तापमान में
भारी गिरावट दर्ज
की जाएगी।
- रात का तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है, जिससे रातें बेहद ठंडी हो जाएंगी।
- भटिंडा, लुधियाना, अमृतसर, हिसार और नारनौल जैसे शहरों में 'कोल्ड डे' (Cold Day)
की स्थिति बन सकती है। कोल्ड डे तब घोषित किया जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे हो और अधिकतम तापमान भी सामान्य से काफी कम हो।
- घने कोहरे (Dense Fog) की वजह से विजिबिलिटी (दृश्यता) 50 मीटर से भी कम रह सकती है, जिससे सड़क परिवहन और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित होगा।
2. पूर्वी राजस्थान में जमेगी ओस, माइनस में जा सकता है पारा
जैसा की
आप जानते है राजस्थान, जिसे आमतौर
पर रेगिस्तानी गर्मी
के लिए जाना
जाता है, अब
सर्दी के सितम
का सामना करने
के लिए तैयार
है। मौसम विभाग
ने विशेष रूप
से पूर्वी राजस्थान के
लिए चेतावनी जारी
की है।
- सीकर, चूरू, झुंझुनू और अलवर जैसे जिलों में शीतलहर का सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा।
- मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि शेखावाटी क्षेत्र (चूरू और सीकर) में पारा जमाव बिंदु यानी 0 डिग्री या उससे नीचे (Minus)
जा सकता है।
- खेतों में पाला (Frost) पड़ने की भी आशंका जताई गई है, जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। किसानों को अपनी फसलों को पाले से बचाने के लिए सिंचाई और धुआं करने की सलाह दी गई है।
3. हिमाचल प्रदेश: वादियों में बर्फबारी, पर्यटकों के लिए खुशी और आफत
मैदानी इलाकों
में जहाँ ठंड
बढ़ेगी, वहीं पहाड़ों
पर कुदरत का
सफेद कहर बरसेगा। हिमाचल
प्रदेश में एक
नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
हो गया है।
- लाहुल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी की भविष्यवाणी की गई है।
- रोहतांग पास और अटल टनल के आसपास के इलाकों में बर्फ की मोटी चादर बिछने की उम्मीद है।
- शिमला और मनाली जैसे पर्यटन स्थलों पर भी हल्की बर्फबारी हो सकती है, जो पर्यटकों के लिए तो खुशखबरी है, लेकिन स्थानीय लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। प्रशासन ने पर्यटकों को सलाह दी है कि वे बर्फीले रास्तों पर गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें और फिसलन वाले क्षेत्रों से दूर रहें।
4. दिल्ली-एनसीआर: प्रदूषण के साथ ठंड का डबल अटैक
देश की
राजधानी दिल्ली और उसके
आसपास के इलाकों
(नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम) में
भी मौसम का
मिजाज बिगड़ने वाला
है।
- दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक सुबह और रात के समय घना कोहरा छाया रहेगा।
- न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने का अनुमान है।
- सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि ठंड बढ़ने के साथ-साथ प्रदूषण (Pollution)
का स्तर भी 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है। कोहरे और धुएं का मिश्रण (Smog) लोगों के स्वास्थ्य, खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
5. पश्चिमी विक्षोभ का असर: मौसम में क्यों आया बदलाव?
इस अचानक
आए बदलाव के
पीछे मुख्य कारण
एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Active Western Disturbance) है
जो उत्तर भारत
की तरफ बढ़
रहा है।
- यह विक्षोभ भूमध्य सागर से नमी लेकर आ
रहा है, जो पहाड़ों पर टकराकर बर्फबारी का कारण बनेगा।
- जब पहाड़ों पर बर्फबारी होगी, तो वहां से चलने वाली बर्फीली हवाएं (Icy Winds) मैदानी इलाकों की तरफ आएँगी।
- इन्हीं ठंडी हवाओं के कारण पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में तापमान तेजी से गिरेगा और शीतलहर चलेगी।
6. प्रशासन की तैयारी और एडवाइजरी
बढ़ती ठंड
को देखते हुए
राज्य सरकारों ने
भी कमर कस
ली है।
- पंजाब और हरियाणा में रैन बसेरों (Night Shelters) को तैयार किया जा रहा है ताकि बेघर लोगों को ठंड से बचाया जा सके।
- स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचें, खासकर अस्थमा और दिल के मरीज।
- वाहन चालकों के लिए कोहरे में फॉग लाइट्स का उपयोग करने और धीमी गति से गाड़ी चलाने की अपील की गई है।
7. कब तक रहेगी यह स्थिति?
मौसम विभाग
के अनुसार, यह
शीतलहर का दौर
अगले 3 से 4 दिनों तक जारी रह
सकता है।
- 7 दिसंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
- लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह तो बस शुरुआत है। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े और जनवरी में ठंड का असली प्रचंड रूप देखने को मिलेगा।
निष्कर्ष
उत्तर भारत अब पूरी तरह से सर्दी की चपेट में आ चुका है। एक तरफ पहाड़ों की खूबसूरती बर्फ से निखरेगी, तो दूसरी तरफ मैदानों में लोग ठिठुरने को मजबूर होंगे। यह मौसम सावधानी बरतने का है। अपनी सेहत का ख्याल रखें और मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर बनाए रखें। कुदरत का यह बदलाव हमें याद दिलाता है कि मौसम कभी भी अपनी करवट बदल सकता है।
डिस्क्लेमर: इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी तस्वीरें AI (Artificial Intelligence) द्वारा बनाई गई हैं और केवल प्रतीकात्मक (Representational) उद्देश्य के लिए हैं।

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