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बिना
किसी कप्तानी के
बोझ के खेल
रहे 'हिटमैन' रोहित
शर्मा दुनिया के
नंबर 1 बल्लेबाज बन गए
हैं, जबकि 'किंग'
विराट कोहली ने
नंबर 2 पर कब्जा
जमा लिया है।
2025 के अंत में,
जब कई आलोचक
इन दिग्गजों के
रिटायरमेंट की बातें
कर रहे थे,
तब इनका शीर्ष
पर होना बताता
है कि "क्लास"
कभी बूढ़ी नहीं
होती।
1. कप्तानी
का बोझ हटा, 'हिटमैन'
का बल्ला चला
सबसे बड़ी चर्चा का विषय रोहित शर्मा का नया अवतार है। जब से उन्होंने टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ी है और एक बतौर सीनियर बल्लेबाज खेल रहे हैं, उनकी बल्लेबाजी में एक अलग ही आजादी (Freedom) दिख रही है।
- ताजा रैंकिंग में रोहित शर्मा 865 रेटिंग पॉइंट्स के साथ शीर्ष पर हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि कप्तानी के दबाव से मुक्त होने के बाद रोहित अब अपनी स्वाभाविक "आक्रामक बैटिंग" का पूरा लुत्फ उठा रहे हैं।
- 38 साल की उम्र में रिफ्लेक्स थोड़े धीमे होते हैं, लेकिन रोहित ने अपने अनुभव और टाइमिंग से दुनिया के तेज गेंदबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है। यह उन आलोचकों को करारा जवाब है जो कह रहे थे कि कप्तानी जाने के बाद रोहित का करियर ढलान पर होगा।
2. विराट
कोहली: नंबर 2 पर 'चेज़ मास्टर'
की वापसी
विराट कोहली, जो हमेशा से फिटनेस और अनुशासन की मिसाल रहे हैं, अब 857 पॉइंट्स के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
- रोहित और विराट के बीच सिर्फ 8 अंकों का फासला है। यह 10 साल बाद हो रहा है जब रैंकिंग की टॉप 2 कुर्सियों पर फिर से इन्हीं दो दोस्तों का कब्जा है।
- विराट ने हालिया द्विपक्षीय सीरीज (Bilateral Series) में जिस तरह से पारियां बुनी हैं, वह दिखाता है कि उनमें अभी भी रनों की भूख बरकरार है।
- युवा खिलाड़ियों के आने के बावजूद, मुश्किल परिस्थितियों में टीम आज भी विराट की ओर ही देखती है।
3. युवा
कप्तान के लिए वरदान
हैं ये दो दिग्गज
भारतीय टीम की कमान अब युवा हाथों (शुभमन गिल/के एल राहुल) में है, लेकिन मैदान पर असली 'बॉस' अभी भी रोहित और विराट ही हैं।
- नए कप्तान के लिए इससे बड़ी राहत की बात क्या हो सकती है कि उनके दो सबसे अनुभवी खिलाड़ी दुनिया के बेस्ट बैट्समैन हों।
- ड्रेसिंग रूम में रोहित और विराट का होना युवाओं के लिए एक 'लर्निंग स्कूल' जैसा है।
- मैदान पर अक्सर देखा जाता है कि जब मैच फंसता है, तो पूर्व कप्तान रोहित शर्मा अपने अनुभव से वर्तमान कप्तान की मदद करते हैं। यह आपसी तालमेल (Camaraderie) भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।
4. बाबर
आजम और स्टीव स्मिथ
का दौर खत्म?
एक समय था जब पाकिस्तान के बाबर आजम और ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ रैंकिंग में ऊपर-नीचे होते रहते थे। लेकिन 2025 के अंत तक तस्वीर बदल गई है।
- ताजा रैंकिंग में बाबर आजम खिसक कर तीसरे/चौथे स्थान पर चले गए हैं।
- विदेशी बल्लेबाज स्पिन और भारतीय पिचों के सामने संघर्ष कर रहे हैं, जबकि रोहित और विराट ने देश-विदेश हर जगह रन बनाए हैं।
- यह रैंकिंग साबित करती है कि "फैब-4" (Fab-4) में अब सिर्फ भारतीय दिग्गजों का ही जलवा कायम है।
5. उम्र
सिर्फ एक नंबर है:
फिटनेस का नया पैमाना
आमतौर पर 37-38 साल की उम्र में क्रिकेटर संन्यास ले लेते हैं या लीग क्रिकेट (T20 Leagues) की तरफ मुड़ जाते हैं। लेकिन रोहित और विराट ने इस मिथक को तोड़ दिया है।
- रोहित शर्मा ने अपनी फिटनेस पर जबरदस्त काम किया है। कप्तानी छोड़ने के बाद उन्होंने अपनी बैटिंग तकनीक में भी हल्का बदलाव किया है, जो उन्हें लंबी पारियां खेलने में मदद कर रहा है।
- विराट कोहली की रनिंग बिटवीन द विकेट्स (विकेटों के बीच दौड़) आज भी 20 साल के युवाओं को शर्मिंदा कर सकती है।
- यह जोड़ी साबित कर रही है कि अगर आप में अनुशासन है, तो आप 40 साल तक भी टॉप लेवल पर खेल सकते हैं।
6. शुभमन
गिल और यशस्वी जायसवाल:
अगली पीढ़ी तैयार
टॉप-2 पर पुराने शेरों का कब्जा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि युवा पीछे हैं।
- शुभमन गिल: रैंकिंग में टॉप-5 में बने हुए हैं। वे रोहित और विराट की विरासत को संभालने के लिए तैयार हैं।
- यशस्वी जायसवाल: अपनी विस्फोटक शुरुआत के लिए जाने जाने वाले जायसवाल भी तेजी से रैंकिंग में ऊपर चढ़ रहे हैं।
- भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है क्योंकि उन्हें मेंटर करने के लिए दुनिया के नंबर 1 और नंबर 2 बल्लेबाज टीम में मौजूद हैं।
7. 2026 की
तरफ क्या इशारा करती
है यह रैंकिंग?
बिना किसी बड़े ICC टूर्नामेंट के भी अगर भारतीय खिलाड़ी रैंकिंग में टॉप पर हैं, तो यह उनकी "कंसिस्टेंसी" (निरंतरता) को दर्शाता है।
- यह बताता है कि भारतीय टीम अब किसी एक टूर्नामेंट या इवेंट पर निर्भर नहीं है, बल्कि हर मैच में अपना बेस्ट दे रही है।
- रोहित और विराट का यह फॉर्म संकेत दे रहा है कि वे 2027 के वनडे वर्ल्ड कप (South Africa) तक खेलने का माद्दा रखते हैं।
- फैंस के लिए यह देखना सुकून देने वाला है कि भारतीय क्रिकेट का "गोल्डन एरा" अभी खत्म नहीं हुआ है।
निष्कर्ष:
पुरानी शराब का नशा
'राजनेतिक
रिपोर्ट' का विश्लेषण
यह है कि
रोहित शर्मा और
विराट कोहली पुरानी
शराब की तरह
हैं, जो वक्त
के साथ और
बेहतर होती जा
रही है। कप्तानी
आती-जाती रहती
है, लेकिन 'बल्लेबाजी
की बादशाहत' हुनर
से मिलती है।
आज दुनिया के
हर गेंदबाज के
मन में यह
खौफ है कि
भले ही रोहित
कप्तान न हों,
लेकिन उनके बल्ले
की धार पहले
से ज्यादा तेज
हो गई है।
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Join WhatsApp Channelडिस्क्लेमर: इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी तस्वीरें AI (Artificial Intelligence) द्वारा बनाई गई हैं और केवल प्रतीकात्मक (Representational) उद्देश्य के लिए हैं।

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