Sanchar Saathi portal guide to check fake SIM cards and block stolen mobile phones India
AI Generated Image

नई दिल्ली:  जैसा की आप सभी जानते है  आजकल मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा बन गया है, लेकिन यही मोबाइल फोन कभी-कभी मुसीबत की जड़ भी बन जाता है। क्या आपको पता है कि आपके आधार कार्ड (Aadhaar Card) पर कितने सिम चल रहे हैं? क्या कहीं कोई ठग आपके नाम पर सिम लेकर 'डिजिटल अरेस्ट' या साइबर फ्रॉड तो नहीं कर रहा?

संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार ने एक चौंकाने वाला आंकड़ा पेश किया है। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि सरकार के 'संचार साथी' (Sanchar Saathi) पोर्टल और ऐप की मदद से अब तक 1.7 करोड़ से ज्यादा फर्जी मोबाइल कनेक्शन काटे जा चुके हैं। यह आंकड़ा जितना बड़ा है, उतना ही डराने वाला भी है क्योंकि यह दिखाता है कि देश में फर्जी सिम का जाल कितना गहरा था।

संसद में गूंजा 'संचार साथी': जासूसी का आरोप या सुरक्षा कवच?

संसद में जब संचार मंत्रालय ने इस ऐप को नए फोन्स में अनिवार्य (Mandatory) करने की बात कही, तो वहां पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली।

  1. सरकार का दावा (सुरक्षा कवच): मंत्री ने स्पष्ट किया कि 'संचार साथी' ऐप भारत की साइबर सुरक्षा में क्रांति ला रहा है। उन्होंने बताया कि हमने 1.7 करोड़ फर्जी सिम बंद किए और चोरी हुए 20 लाख से ज्यादा मोबाइल फोन ट्रेस किए गए। सरकार का कहना है कि यह ऐप आम आदमी को डिजिटल फ्रॉड से बचाने के लिए 'ब्रह्मास्त्र' है और इससे कोई जासूसी नहीं होती।
  2. विपक्ष का वार (Snooping App): दूसरी तरफ, विपक्ष ने इसे "जासूसी ऐप" (Snooping App) करार दिया। उनका कहना था कि अगर सरकार इसे हर फोन में जबरदस्ती डलवाएगी, तो इससे निजता (Privacy) का हनन होगा। भारी विरोध के बाद सरकार ने सफाई दी कि यह ऐप अनिवार्य नहीं, बल्कि वैकल्पिक (Optional) है। यूजर चाहे तो इसे डिलीट कर सकता है।

आखिर क्या है 'संचार साथी'? (App और Portal)

पहले यह सिर्फ एक वेब पोर्टल था, लेकिन अब सरकार ने इसका आधिकारिक मोबाइल ऐप (Official App) भी लॉन्च कर दिया है जो Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध है।

इस ऐप/पोर्टल के तीन मुख्य हथियार हैं:

  1. TAFCOP: यह पता लगाने के लिए कि आपके नाम पर कितने सिम एक्टिव हैं।
  2. CEIR: चोरी या गुम हुए फोन को ब्लॉक करने और खोजने के लिए।
  3. CHAKSHU (चक्षु): संदिग्ध कॉल या मैसेज की रिपोर्ट करने के लिए।

गाइड: कैसे चेक करें अपने नाम पर चल रहे फर्जी सिम? (TAFCOP)

यह सबसे जरूरी फीचर है। इसे हर भारतीय को आज ही चेक करना चाहिए।

प्रक्रिया:

  1. अपने मोबाइल में 'Sanchar Saathi' ऐप डाउनलोड करें या sancharsaathi.gov.in वेबसाइट खोलें।
  2. 'Know Your Mobile Connections' (TAFCOP) वाले विकल्प पर क्लिक करें।
  3. अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर डालें और कैप्चा (Captcha) कोड भरें।
  4. 'Validate Captcha' पर क्लिक करें, आपके फोन पर एक OTP आएगा।
  5. OTP डालकर लॉग-इन करें।
  6. जादू: अब आपके सामने उन सभी मोबाइल नंबर्स की लिस्ट जाएगी जो आपकी ID (आधार/पैन) से जुड़े हैं।
  7. एक्शन: अगर आपको कोई ऐसा नंबर दिखता है जो आपका नहीं है, तो उसके आगे टिक करें और 'Not My Number' या 'Report' बटन दबा दें। सरकार उस नंबर की जांच करके उसे बंद कर देगी।

गाइड: चोरी हुआ फोन कैसे ब्लॉक करें? (CEIR)

अगर आपका या आपके परिवार का फोन चोरी हो जाए, तो पुलिस के पास जाने से पहले यह काम जरूर करें।

प्रक्रिया:

  1. सबसे पहले पुलिस में FIR दर्ज कराएं (ऑनलाइन या ऑफलाइन) और उसकी कॉपी रख लें।
  2. ऐप या वेबसाइट पर 'Block Your Lost/Stolen Mobile' (CEIR) पर क्लिक करें।
  3. एक फॉर्म खुलेगा। उसमें अपना मोबाइल नंबर, IMEI नंबर (जो फोन के डिब्बे या बिल पर होता है), और चोरी की जगह की जानकारी भरें।
  4. पुलिस शिकायत की कॉपी अपलोड करें।
  5. अपना दूसरा मोबाइल नंबर डालकर OTP वेरिफाई करें और सबमिट कर दें।
  6. नतीजा: आपका चोरी हुआ फोन अगले 24 घंटों में ब्लॉक हो जाएगा। अब चोर उसमें कोई भी सिम डाले, वह फोन काम नहीं करेगा (डब्बा बन जाएगा) अगर चोर उसे ऑन करेगा, तो उसकी लोकेशन पुलिस के पास चली जाएगी।

'चक्षु' (Chakshu): ठगों की आंख में धूल झोंकने वाला फीचर

हाल ही में सरकार ने 'चक्षु' नाम का फीचर जोड़ा है।

  1. अगर आपको कोई कॉल आता है कि "आपकी लॉटरी लगी है", "बिजली कटने वाली है", या "डिजिटल अरेस्ट" की धमकी मिलती है।
  2. तो आप ऐप में 'Report Suspected Fraud Communication' में जाकर उस नंबर और मैसेज का स्क्रीनशॉट अपलोड कर सकते हैं।
  3. यह नंबर सीधे ब्लैकलिस्ट में जाएगा और उस पर कार्रवाई होगी।

निष्कर्ष: तकनीक आपकी, सुरक्षा आपकी

सरकार ने हथियार (संचार साथी) तो दे दिया है, लेकिन उसे चलाना हमें सीखना होगा। जासूसी के आरोपों के बीच सच्चाई यह है कि यह ऐप साइबर ठगी से बचने का एक सशक्त माध्यम है। 'राजनीतिक रिपोर्ट' की सलाह है कि आप आज ही अपने परिवार के सभी सदस्यों की ID चेक करें। कहीं ऐसा हो कि आपकी ID पर कोई ठग सिम चला रहा हो और पुलिस आपके दरवाजे पर खड़ी हो जाए।

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!

 


डिस्क्लेमर: इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी तस्वीरें AI (Artificial Intelligence) द्वारा बनाई गई हैं और केवल प्रतीकात्मक (Representational) उद्देश्य के लिए हैं।