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इस बिगड़ते
मौसम का सीधा
असर यातायात व्यवस्था पर
पड़ा है। इंदिरा
गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) पर दृश्यता (Visibility) बेहद कम
होने के कारण
कई दर्जन उड़ानें
प्रभावित हुई हैं, जिससे
यात्रियों को भारी परेशानी का
सामना करना पड़
रहा है। वहीं,
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों, बुजुर्गों और
अस्थमा के मरीजों
के लिए विशेष
'हेल्थ एडवाइजरी' जारी
की है।
आइए, विस्तार से
समझते हैं कि
आज दिल्ली का
मौसम, प्रदूषण का
स्तर, ट्रैफिक की
स्थिति और स्कूलों को
लेकर क्या अपडेट
है।
1.
'कोहरा' या 'स्मॉग'? क्या है आज की स्थिति? आज सुबह
जब दिल्लीवासी सोकर
उठे, तो बाहर
का नजारा बेहद
धुंधला था। पहली
नजर में यह
सर्दी वाला कोहरा
लग सकता है,
लेकिन मौसम वैज्ञानिकों के
अनुसार, यह दरअसल
'स्मॉग' (Smog) है। स्मॉग का
मतलब है—Smoke (धुआं) और
Fog (कोहरा)
का जानलेवा मिश्रण। दिल्ली
का न्यूनतम तापमान
आज 8 से 9 डिग्री
सेल्सियस के
आसपास दर्ज किया
गया है, जो
कि दिसंबर के
लिहाज से सामान्य है
(यानी कोई शीतलहर
नहीं है)।
समस्या यह है
कि हवा की
गति (Wind Speed) लगभग शून्य हो
गई है। जब
हवा नहीं चलती,
तो वाहनों और
फैक्ट्रियों से निकलने वाले
प्रदूषक तत्व (Pollutants) वातावरण में ऊपर नहीं
जा पाते और
जमीन के पास
ही जम जाते
हैं। वातावरण में
मौजूद नमी (Moisture) इन कणों
को जकड़ लेती
है, जिससे दिल्ली
के ऊपर एक
ग्रे (Grey) रंग की जहरीली
परत बन गई
है।
2.
AQI 400 के पार: सांस लेना हुआ मुश्किल केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
(CPCB) के
आज सुबह के
आंकड़े किसी को
भी डराने के
लिए काफी हैं।
दिल्ली का औसत
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 से 400 के बीच बना
हुआ है, जो
'बेहद खराब' (Very Poor) श्रेणी में
आता है। लेकिन
अगर हम अलग-अलग इलाकों (Hotspots) की बात
करें, तो स्थिति
'गंभीर' (Severe) है। आनंद विहार
में AQI 425 दर्ज किया गया
है, मुंडका में
410, बवाना
में 405 और वजीरपुर में
400 के
करीब है। यहाँ
तक कि नोएडा
और गाजियाबाद, जो
दिल्ली से सटे
हैं, वहां भी
AQI 380-390 के
खतरनाक स्तर पर
है। इस जहरीली
हवा में मौजूद
PM 2.5 के
महीन कण सीधे
फेफड़ों में और
फिर खून में
मिल रहे हैं।
इसके कारण लोगों
को आंखों में
जलन, गले में
खराश, लगातार खांसी
और सांस लेने
में भारीपन महसूस
हो रहा है।
डॉक्टरों का कहना है
कि आज दिल्ली
की हवा में
सांस लेना दिन
भर में 25 से
30 सिगरेट
पीने के बराबर
नुकसानदेह है।
3.
फ्लाइट्स और ट्रेनों पर 'कोहरे' का ब्रेक विजिबिलिटी कम
होने का सबसे
ज्यादा और बुरा
असर हवाई यातायात पर
पड़ा है। इंदिरा
गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) देश का
सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है
और कोहरे ने
इसकी रफ्तार धीमी
कर दी है।
एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, आज
सुबह 'लो विजिबिलिटी प्रोसीजर' (Low Visibility Procedure) लागू करना
पड़ा। पालम एयरपोर्ट के
रनवे पर विजिबिलिटी गिरकर
50 मीटर
से भी कम
रह गई थी।
ताज़ा जानकारी के
मुताबिक, दिल्ली आने-जाने
वाली लगभग 40 से 50 फ्लाइट्स अपने
निर्धारित समय से देरी
(Delay) से
चल रही हैं।
कई फ्लाइट्स 2 से
3 घंटे लेट हैं।
हालांकि, गनीमत यह है
कि अभी बड़े
पैमाने पर उड़ानें
रद्द (Cancel) नहीं हुई हैं,
लेकिन यात्रियों को
टर्मिनल के अंदर और
प्लेन के भीतर
घंटों इंतजार करना
पड़ रहा है।
यही हाल भारतीय
रेलवे का भी
है। कोहरे के
कारण ट्रेन चालकों
को गति धीमी
करनी पड़ रही
है। नई दिल्ली,
पुरानी दिल्ली और
आनंद विहार स्टेशन
आने वाली पूर्वी
भारत (बिहार, बंगाल,
यूपी) की राजधानी और
दूरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनें भी
3 से 6 घंटे की
देरी से चल
रही हैं।
4.
GRAP-3 की पाबंदियां और निर्माण कार्य पर रोक प्रदूषण के
स्तर को 'गंभीर'
श्रेणी के करीब
देखते हुए, वायु
गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर
में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण
(Stage-3) सख्ती
से लागू कर
रखा है। इसका
उल्लंघन करने वालों पर
भारी जुर्माना लगाया
जा रहा है।
GRAP-3 लागू
होने का मतलब
है कि पूरे
एनसीआर में निर्माण कार्यों (Construction) और तोड़फोड़
(Demolition) पर
पूरी तरह रोक
है (सिर्फ राष्ट्रीय महत्व
के प्रोजेक्ट्स, रेलवे
और मेट्रो को
छोड़कर)। स्टोन
क्रशर और खनन
गतिविधियां पूरी तरह बंद
हैं। इसके अलावा,
परिवहन विभाग ने
BS-3 पेट्रोल और
BS-4 डीजल
वाली चार पहिया
गाड़ियों (Cars) के चलने पर
पाबंदी लगा रखी
है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस
जगह-जगह चेकिंग
अभियान चला रही
है और नियम
तोड़ने वाले वाहन
मालिकों पर 20,000 रुपये का चालान
काटा जा रहा
है। सड़कों से
धूल न उड़े,
इसके लिए एमसीडी
(MCD) ने
मशीनों से सफाई
और पानी का
छिड़काव बढ़ा दिया
है।
5.
स्कूलों का क्या है हाल? (हाइब्रिड मोड) अभिभावकों के
मन में स्कूलों के
खुलने और बंद
होने को लेकर
काफी कन्फ्यूजन है।
आपको बता दें
कि दिल्ली सरकार
ने अभी तक
आधिकारिक तौर पर 'विंटर
वेकेशन' (सर्दी की
छुट्टियां) का ऐलान नहीं
किया है, जो
आमतौर पर क्रिसमस के
आसपास शुरू होता
है। लेकिन, प्रदूषण और
GRAP-3 की
पाबंदियों के चलते शिक्षा
निदेशालय ने स्कूलों को
एहतियात बरतने के निर्देश दिए
हैं। दिल्ली और
एनसीआर के कई
स्कूलों में नर्सरी से कक्षा 5 तक की
पढ़ाई फिलहाल ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड में
चल रही है
ताकि छोटे बच्चों
को इस जहरीली
हवा में घर
से बाहर न
निकलना पड़े। इसके
अलावा, स्कूलों को
सख्त निर्देश दिए
गए हैं कि
सुबह की प्रार्थना सभा
(Assembly) या
खेलकूद की गतिविधियां खुले
मैदान में न
कराई जाएं। गाजियाबाद और
नोएडा में भी
कई स्कूलों का
समय बदलकर सुबह
9 बजे या उसके
बाद कर दिया
गया है ताकि
बच्चे कोहरे और
ठंड से बच
सकें।
6.
मौसम विभाग का पूर्वानुमान (IMD Forecast)
क्या आने वाले
दिनों में दिल्ली
वालों को इस
घुटन और धुंध
से राहत मिलेगी?
मौसम विभाग (IMD) का जवाब
है—'शायद नहीं'। मौसम वैज्ञानिकों के
अनुसार, अगले 3-4 दिनों
तक दिल्ली और
एनसीआर में हवा
की गति (Wind Speed) बेहद धीमी
रहने वाली है।
हवा न चलने
के कारण प्रदूषण के
कण वातावरण से
बाहर नहीं निकल
पाएंगे और कोहरा
भी बना रहेगा।
20 दिसंबर
के आसपास एक
हल्का पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) उत्तर भारत
में दस्तक दे
सकता है। इससे
हवा की दिशा
बदलने की उम्मीद
है, जिससे प्रदूषण में
थोड़ी कमी आ
सकती है। हालांकि, बारिश
की कोई बड़ी
संभावना अभी नहीं है,
जो प्रदूषण को
पूरी तरह धो
सके। इसलिए, अगले
कुछ दिन दिल्लीवासियों को
इसी 'गैस चैंबर'
और कोहरे के
साथ सावधानी बरतते
हुए गुजारने होंगे।
7.
स्वास्थ्य एडवाइजरी: अपना बचाव कैसे करें? एम्स (AIIMS) और मेदांता के
पल्मोनोलॉजिस्ट
(फेफड़ा रोग विशेषज्ञ) ने
इस मौसम में
विशेष सावधानी बरतने
की सलाह दी
है। उनका कहना
है कि यह
समय दिल (Heart) और सांस
के मरीजों के
लिए बहुत संवेदनशील है।
- मॉर्निंग वॉक बंद करें: सुबह के समय प्रदूषण के कण जमीन के सबसे करीब होते हैं और नमी ज्यादा होती है। इसलिए सुबह की सैर कुछ दिनों के लिए पूरी तरह बंद कर दें। धूप निकलने के बाद ही बाहर निकलें।
- मास्क का प्रयोग: जब भी घर से बाहर निकलें, तो अच्छी क्वालिटी
का N95 मास्क जरूर पहनें। साधारण कपड़े का मास्क PM 2.5 के बारीक कणों को रोकने में सक्षम नहीं होता।
- इंडोर प्लांट्स: अपने घर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर
का इस्तेमाल करें या हवा साफ करने वाले पौधे (जैसे स्नेक प्लांट, एरेका पाम, मनी प्लांट) लगाएं।
- खानपान: शरीर की रोग प्रतिरोधक
क्षमता (Immunity) बढ़ाने के लिए गुड़, अदरक, तुलसी और गर्म पानी का सेवन करें। गले में खराश होने पर भाप (Steam) लेना फायदेमंद हो सकता है।
निष्कर्ष 18 दिसंबर
का दिन दिल्ली
और एनसीआर के
निवासियों के लिए एक
कड़ी परीक्षा की
तरह है। एक
तरफ कोहरा रास्ता
रोक रहा है,
तो दूसरी तरफ
प्रदूषण सांसें रोक रहा
है। प्रशासन अपनी
तरफ से पानी
का छिड़काव और
पाबंदियां लगा रहा है,
लेकिन जब तक
प्रकृति (तेज हवा या
बारिश) का साथ
नहीं मिलता, राहत
मिलना मुश्किल है।
अगर आप आज
हवाई या रेल
यात्रा करने वाले
हैं, तो घर
से निकलने से
पहले अपनी फ्लाइट
और ट्रेन का
स्टेटस जरूर चेक
कर लें। सबसे
जरूरी बात, अपनी
सेहत का ख्याल
रखें क्योंकि 'जान
है तो जहान
है'।
तो अभी हमारे WhatsApp Channel को फॉलो करें और अपडेट रहें।
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